कोसी महोत्सव में सुरों के सम्राट चंदन दास जी की बेहतरीन प्रस्तुति


राजीव रंजन सिंह की रिपोर्ट

       चंदन दास जी कोसी महोत्सव में अपनी प्रस्तुति देते हुए

सहरसा की धरती पर रंगे महफिल कार्यक्रम कोसी महोत्सव में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त गजल गायक चंदन दास जी की प्रस्तुति से महफिल जगमगाती हुई देखी गई दर्शकों की काफी भीड़, वहीं दूसरी ओर वायलिन के जाने-माने बादशाह राजेश जयसवाल जी, कीबोर्ड अनु जी, तबला अरशद जी संभालते  हुए नजर आए।

जब इन गजलों से चंदन जी ने शुरुआत की-

इस तरह मोहब्बत की शुरुआत कीजिए..................,
पिया नहीं जब गांव में...............,
तनहा ना अपने आपको पाइए जनाब.............,
नए घड़े के पानी में..............,

जैसे गजल जब सहरसा की धरती पर महान सुरों के बादशाह चंदन दास जी की आवाज में गूंजा तो चारों और तालियों की गड़गड़ाहट से माहौल और भी सुसज्जित हो गया।
     


बता दें कि सहरसा की धरती पर पर्यटन विभाग के द्वारा कोसी महोत्सव का बेहतरीन प्रस्तुति मत्स्यगंधा के स्टेडियम में रखा गया था, जहां अंतरराष्ट्रीय सुरों के बादशाह चंदन दास जी ने अपने गजल की प्रस्तुति से कार्यक्रम का शोभा बढ़ाते हुए दिखे।
वहीं दूसरी और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वायलिन वादक राजेश जयसवाल जी भी अपनी प्रस्तुति दिखाते हुए नजर आए, साथ ही तबला पर अरशद जी एवं कीबोर्ड पर अनु जी ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को मनोरंजन किया।
यह कोशी महोत्सव हर साल की भांति इस साल भी काफी चर्चाओं में दिखा खासकर गजल के इस महान बादशाह चंदन चंदन दास जी ने जब अपनी प्रस्तुति की तो दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनके हौसला ओं को बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ा। चंदन दास जी मुंबई से चलकर इस कोसी की धरती पर पधारे और गजल गीत से इस कोशी महोत्सव को चार चांद लगा दी। उन्हें देखने के लिए हजारों की संख्या में दर्शकों की भीड़ उमड़ी ।